Tuesday, 5 March 2013

महाकाली तेरी आरती

अम्बे तू है जगदम्बे काली
जय दुर्गे खप्पर वाली
तेरे ही गुन गाये भारती
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती

उतारे तेरी आरती
महाकाली तेरी आरती

तेरे भक्तजनों पर माता
घिर पड़ी है भारी
दानव दल पर टूट पडो
माँ कर के सिंह सवारी

सो सो सिंहो से है बलसाली
है दस भुजा वाली
दुखियों के दुःख निवारती
ओ मैया ...

माँ तेरा है इस जग मैं
बड़ा ही निर्मल नाता
पूत कपूत सुने है पर ना
माता सुनी कुमाता

सब पे करुना बरसाने वाली
अमृत बरसाने वाली
दुखियों के दुःख निवारती
ओ मैया...

ना मांगे हम धन और दौलत
ना चांदी ना सोना
हम तो मांगे माँ तेरे मन मैं
एक छोटा सा कौना

सबकी बिगड़ी बनाने वाली
लाज बचाने वाली
सदिओं के सत् को संवारती
ओ मैया

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