1). पंचदेव कौन
कौन है ?
श्रीब्रह्मा ; विष्णु ; शिव ; शक्ति
; और गणेश .. ये
पंचदेव हैं
2). देवी
के कुल कितने
शक्तिपीठ हैं ?
तंत्रचूड़ामणि के अनुसार 52 ; देवीभागवत के
अनुसार 108 ; देवीगीता के अनुसार 72 ; संख्या
बताई गई है
. किंतु देवी पुराण(
महाभागवत) में शक्ति पीठों
की संख्या 51 बताई
गई है ; इन्ही
51 शक्ति
पीठों की विशेष
मान्यता है ...
3). भगवान
शिव को आशुतोष
क्यों कहते हैं??
आशुतोष का अर्थ
है शीघ्र प्रसन्न होने
वाला। और भगवान
शिव शीघ्र पसन्ना
हो कर मन
चाहा वार्डन दे
देते है इसलिये
शिव को आशुतोष
कहते हैं
4). ब्रह्म
विद्या क्या है
और इसका उद्गम
कहाँ से हुआ
?
ब्रह्मविद्या का उद्गम ब्रह्मा से
हुआ। परमेश्वर ने
देवताओं में सर्वप्रथम ब्रह्मा को
प्रकट किया था।
ब्रह्मा ने देवताओं, प्रजापतियों, लोकों
आदि की रचना
की तथा उनकी
व्यवस्था की। ब्रह्मा ने
अपने ज्येष्ठ पुत्र
अथर्वा को ब्रह्मविद्या का
उपदेश किया। ब्रह्मविद्या समस्त
विद्याओं की आधार है।
ब्रह्मविद्या से ब्रह्म के
स्वरूप का ज्ञान
होता है तथा
प्रकृति, जगत्, जीवात्मा, जीवन
आदि के रहस्यों का
भी ज्ञान होता
है। ब्रह्मविद्या अध्यात्मविद्या है
तथा समस्त विद्याओं का
आश्रय है।
5). ब्रह्मा जी
के १७ मानस
पुत्र कहे गए
है बो कौन
-कौन है
ब्रह्मा जी के १७
मानस पुत्र कहे
जाते है:- 1 मन
से मारिचि 2. नेत्र
से अत्रि 3. मुख
से अंगिरस 4. कान
से पुलस्त्य 5. नाभि
से पुलह 6. हाथ
से कृतु 7.त्वचा
से भृगु 8.प्राण
से वशिषठ 9. अंगुषठ
से दक्ष 10. छाया
से कंदर्भ 11. गोद
से नारद 12. इच्छा
से सनक, सनन्दन,
सनातन ,सनतकुमार 13. शरीर
से मनु 14.ध्यान
से चित्रगुप्त
6). 64 योगिनीयों के
नाम ः-मित्र
श्रीहरी जी आपने इस
प्रश्न के उत्तर
में बिंदु जी
से जो कहे
हैं उससे मैं
पूरी तरह से
सहमत हूँ** छाया,
माया, नारायणी, ब्रह्मायणी, भैरवी,
महेश्वरी, रूद्रायणी, बसेली, त्रिपुरा, उग्रतारा, कार्चिका,तारिणी,
अंबिका कुमारी, भागबती,
नीला, कमला, शांति,
कांति, घटारानी, चामुंडा, चंद्रकांती, माधवी,
काचीकेश्वरी,अनला, रूपा, बराही,
नगरी, खेचरी, भूचरी,
बैताली, कालींजरी, शंखा,
रूद्रकाली, कलावती, कंकाली, बुकुचाई, बाली,
दोहिनी, द्वारिनी, सोहिनी,
संकटातारिणी, कोटलाई, अनुछाया, केचामुखी समूहा,
उल्का, समशिला, मुधा,
डाकिनी, गोपाली, कामसेना, कपाली,
उत्रायणी, त्रैलोक्यवासिनी, त्रिलोचना, निमाई, डाकेश्वरी, कमला,
रामायणी, आदिशक्ति, बालछत्राणी, ब्राह्मणी, धारणी, मतांगी
मित्रों कुछ दिन पहले
किसी guest ने भारत के
7 अमर महापुरुषों के
नाम पूछें थे-..
वे नाम इस
प्रकार से है
..... रामायण
काल और पूर्व
के ... 1.काकभुशुंडी 2. राजा बलि 3. हनुमान
4. विभीशण
5. परशुराम 6. विश्वामित्र ..... महाभारत काल
से .. 7. अश्वश्थामा 8. कृपाचार्य 9. युधिष्ठिर (जीवित स्वर्ग गए
) और 10. आल्हा को
भी अमर माना
जाता है
7). गायत्री की
२४ सिद्धियाँ कौन
सी है
गायत्री को सर्वविघ्न विनासिनी, सर्वसिद्धि प्रदायनी कहा
गया है । संकटों का संवरण
और सौभाग्य संवर्धन के
लिए उसका आश्रय
लेना सदा सुखद
परिणाम ही उत्पन्न करता
है । तो
भी विशेष प्रयोजनों के
लिए उसके २४
अक्षरों में पृथक्-पृथक्
प्रकार की विशेषताएँ भरी
हैं । किसी
विशेष प्रयोजन की
सामयिक आवश्यकता पूरी
करने के लिए
उसकी विशेष शक्ति
धारा का भी
आश्रय लिया जा
सकता है । चौबीस अक्षरों की
अपनी विशेषताएँ और
प्रतिक्रियाएँ हैं-जिन्हें सिद्धियाँ भी
कहा जा सकता
है, जो इस
प्रकार बताई गई
हैं- (१) आरोग्य
(२) आयुष्य (३) तुष्टि (४) पुष्टि
(५) शान्ति (६) वैभव (७) ऐश्वर्य (८) कीर्ति (९) अनुग्रह (१०)
श्रेय (११) सौभाग्य (१२)
ओजस् (१३) तेजस्
(१४) गृहलक्ष्मी (१५)
सुसंतति (१६) विजय (१७)
विद्या (१८) बुद्धि
(१९) प्रतिभा (२०)
ऋद्धि (२१) सिद्धि
(२२) संगति (२३)
स्वर्ग (२४) मुक्ति
।
8). आठों
सिद्धियां और नवों निधियां क्या
है ?
आठों सिद्धियां ----(1)अणिमा (2) महिमा
(3) लघिमा
(4) गरिमा
(5) प्राप्ति (6) प्राकाम्य (7) ईशित्व
(8) वशित्व
! नव निधियां === (1) कलानिधि , (2) महाकाल , (3) नैसर्प ,(4) पांडुक
, (5) पद्म
, (6) माणवक
, (7) पिंगल
,(8) शंख
, और (9) सर्वरत्न
9). भगवान्
विष्णु के दस
अवतार कौन-कौन
से है ?
भगवान् विष्णु के
दस अवतार....... १. मत्स्य
अवतार, 2. कूर्म अवतार
3. वराहावतार 4. नरसिंहावतार 5. वामन्
अवतार 6. परशुराम अवतार
7. राम
अवतार 8. कृष्णावतार 9. बुद्ध
अवतार 10. कल्कि अवतार
( यह अवतार इस
युग के अंत
में होगा ) भागवत
पुराण के अनुसार
|
10). देवताओं ओर
असुरो की माताओ
ओर पिता का
नाम क्या है
देवताओं की माता का
नाम अदिति ओर
असुरो की माता
का नाम दिति
दोनों के पिता
ऋषि कश्यप है
! ]
11). तीन
लोक और चोह्दा
भवन कौन कौन
से हैं कृपा
बताये ?
1.पाताल लोक ( अधोलोक
) 2.भूर्लोक ( मध्यलोक ) 3.स्वर्गलोक ( उच्चतरलोक्) यह
तीन लोक है,
इन लोको को
चौदह लोको मैं
बाँटा गया हे
| 1.सत्यलोक 2.तपोलोक
3.जनलोक 4.महलोक 5. ध्रुवलोक 6.सिध्द्लोक 7.पृथ्वीलोक 8.अतललोक
9.बितललोक 10.सुतललोक 11.तलातललोक 12.महातललोक 13.रसातललोक 14.पाताललोक इन चौदह लोको
को भवन कहा
जाता है |
12). कर्म
कितने प्रकार के
होते हैं नाम
बताये ?
कर्म दो प्रकार
होते है 1. कर्म
( सकाम कर्म ) 2. अकर्म
( निष्काम कर्म )
समुद्र मंथन से
निकले चौदह रत्नों
कौन कौन से
है ?
पौराणिक कथाओं के अनुसार
समुद्र मंथन से
निकलने वाली वस्तुओं को
रत्न कहा गया
है तथा वे
चौदह रत्न थे
(1) हलाहल
(विष), (2) कामधेनु, (3) उच्चैःश्रवा घोड़ा, (4) ऐरावत हाथी,
(5) कौस्तुभ मणि,
(6) कल्पद्रुम, (7) रम्भा,
(8) लक्ष्मी, (9) वारुणी
(मदिरा), (10) चन्द्रमा, (11) पारिजात वृक्ष, (12) शंख, (13) धन्वन्तरि वैद्य और (14) अमृत।
13). देवताओं और
दैत्यों के गुरु का
नाम ?
आचार्य बृहस्पति
गुरु शुक्राचार्य जी
14). चार
धामो के नाम
बताओ |
हिन्दू धर्म के चार धाम 1. बद्रीनाथ.
2. द्वारका. 3. जगन्नाथ
पुरी. 4. रामेश्वरम है/ पुराणों
के अनुसार पृथ्वी पर जीवन को पापमुक्त करने के लिए गंगा जी ने नदी के रूप में प्रकट होकर धरती को कृतार्थ किया था। चार धामों में गंगा के कइ रूप और नाम हैं। जैसे गंगोत्री में भागीरथी, केदारनाथ
में मंदाकिनी और बद्रीनाथ में अलकनन्दा। परम्परा के अनुसार चार धाम की यात्रा पशिचम से पूर्व दिशा की ओर होती है, इसलिए यह यात्रा यमुनोत्री से प्रारम्भ होकर गंगोत्री, केदारनाथ
के पश्चात बद्रीनाथ में जाकर संपन्न होती है।